भारतीय रेल – महत्वपूर्ण बातें (Railway gk in Hindi)
- पहली बार रेल बजट का स्वतन्त्र प्रस्तुतीकरण सन् 1924 में किया गया।
- सन् 1924 में रेल बजट का स्वतन्त्र प्रस्तुतीकरण करने की अनुशंसा रेलों के विकास के लिए गठित एक्टवर्थ समिति (Actworth Committee) ने थी।
- रेल इंजिनों का निर्माण चितरंजन के लोकोमोटिव्ह वर्क्स, वाराणसी के डीजल लोकोमोटिव्ह वर्क्स तथा भोपाल के भारत हैवी इलेक्ट्रॉनिक्स लि. के कारखानों में किया जाता है।
- सवारी कोचेस का निर्माण प्रायः इंटिग्रल कोच फैक्ट्री, पेरम्बुर तथा चेन्नई और रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला में होता है।
- सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयाँ मे. जेस्सोप्स, कोलकाता और भारत अर्थ मूव्हर्स लि. बेंगलुरु भी रेल कोचेस तथा विद्युत रेल इंजिनों का निर्माण करती हैं।
- रेलगाड़ियों के चक्के तथा धुरियाँ बेंगलुरु स्थित एक कारखाने में होती हैं।
- 1 जून 1969 को शुरू हुई दिल्ली से हावड़ा के बीच चलने वाली 19 जून 2002 भारत की पहली राजधानी एक्सप्रेस है।
- भारत की पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस 16 अप्रैल 2002 को मुम्बई-मडगाँव के बीच चली थी। दूसरी जनशताब्दी एक्सप्रेस 19 जून 2002 को बिहार में पटना-कटिहार के बीच चलाई गई। लखनऊ से वाराणसी के बीच चलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस भारत की तीसरी जनशताब्दी एक्सप्रेस है, जिसकी शुरुवात 27 जून 2002 को हुई थी।
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